Thursday, August 12, 2010

चलो चलो जल्दी करो जश्न मनाओ

चलो चलो जल्दी करो
जश्न मनाओ
१५ अगस्त है
आज़ादी का बिगुल बजाओ

मोबाइल कम्पनियाँ नयी caller tune बनाओ
टीवी वालों एक विज्ञापन कई बार दिखाओ
समाचार पत्रों तुम भी
कुछ सनसनी लाओ ....ज्यादा लाओ
दोपहर को मनोज कुमार की पिक्चर देखो
शाम को कोई नयी वाली , T.R.P वाली देखो
चौराहों पर बच्चों
तिरंगा बेचो , रात की रोटी जुगाडो
खाना खाओ ...बाप को दारु पिलाओ
चलो चलो ....आज़ादी का जश्न मनाओ ..

मेरे देश की धरती सोना उगले
मदर इंडिया को जिंदा करो
सुबह रेडियो पर गाने सुनो
सफ़ेद कपडे पहनो
तिरंगे को सलामी दो
शाम को उतार लो
चलो चलो जल्दी करो

प्रधानमंत्री का भाषण सुनो
उम्मीद मन में जगाओ
उम्मीदों का हवन करो
अपनी आग खुद बुझाओ
चलो चलो जश्न मनाओ

देखो सबको sms करो
एक नही दो चार एक साथ कर दो
देशभक्ति में कोई कमी नहीं होने पाए
भले ही दो चार रूपया ज्यादा ठुक जाए

चलो चलो जल्दी करो
जश्न मनाओ
१५ अगस्त है
आज़ादी का बिगुल बजाओ

मानस भारद्वाज

3 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

मन के आक्रोश को अच्छे से बयाँ किया है ..

chirag said...

bahut khoob yaar

Chetana said...

Wah Manas ji,
mazaa aa gaya aapki kavita padh ke ..........sach me hum sabhi aisa hi sochte hain........par kuch aap jaise log ise kavita bana dete hain....good one